मन और दिमाग को शांत और प्रसन्न रखने के लिए कीजिये ये योगासन
मानसिक शांति के लिए योगासन –
हर कोई अपने जीवन में शांति और सुकून चाहता है. परंतु आज कल की व्यस्त ज़िन्दगी में व्यक्ति दूसरों से आगे बढ़ने की दौड़ में लगा रहता है जिससे उसे मानसिक शांति नहीं मिल पाती. दुर्भाग्यवश वह चिड़चिड़ा हो जाता है और कई बीमारियों से घिर जाता है. योगासन
इससे बचने का एक साधारण उपाय योग होता है योग से मांसपेशियों का अच्छा व्यायाम होता है, चिकित्सा शोधों ने ये साबित कर दिया है की योग शारीरिक और मानसिक रूप से वरदान है. योग से तनाव दूर होता है और अच्छी नींद आती है, भूख अच्छी लगती है, इतना ही नहीं पाचन भी सही रहता है.
इसलिए आज हम कुछ ऐसे योगासन के बारे में बता रहें हैं जिन्हें करने से आपको मानसिक शांति अवश्य मिलेगी –
योगासन
(1) प्राणायाम (Pranayama) –
मानसिक शांति पाने का सबसे आसान योगासन प्राणायाम है. शरीर में मौजूद विषाक्त तत्व दूर होते हैं. प्राणायाम यानी अपने अंदर की प्राण ऊर्जा को बढ़ाना. प्राणायाम करने के लिए सर्वप्रथम किसी भी ध्यानात्मक आसन में आंखें बंद कर बैठ जाएं. नासिका के द्वारा लम्बा गहरा श्वास खींचे. नियंत्रित ढंग से श्वास को धीरे-धीरे-बाहर छोड़ें,श्वास छोड़ते हुए भौंरे जैसी आवाज निकालें. योगासन
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(2) पद्मासन (Padmasana) –
पद्मासन करने से दिमाग में रक्त संचार सही तरीके से होता है. जिससे दिमाग को नई चीजों के बारे में सोचने की शक्ति मिलती है. पद्मासन करने के लिए जमीन पर बैठ जाएं. दायां पांव मोड़ें तथा दाएं पैर को बाईं जांघ के ऊपर तथा कूल्हों के पास रखें.
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बायां पांव मोड़ें तथा बाएं पैर को दाईं जांघ के ऊपर रखें. हाथों को ज्ञानमुद्रा में घुटनों के ऊपर रखें. रीढ़ की हड्डी को सीधी रखें. धीरे-धीरे सांस लें और छोड़े. फिर धीरे धीरे आप अपनी आरंभिक अवस्था में आ जाएं.
(3) सेतुबंधासन (Bridge pose) –
दिमाग की शांति और मन के सुकून के लिए योगासन बहुत लाभदायक माना जाता है. योग के इस आसन को करने के लिए अपनी पीठ के बल फ्लैट लेट जायें. अपने बाज़ुओं को धड़ के साथ रख लें. टाँगों को मोड़ कर पैरों को अपने कूल्हों के करीब ले आयें.
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हाथों पर वज़न डाल कर धीरे धीरे कूल्हों को उपर उठायें. ऐसा करते वक़्त श्वास अंदर लें. पीठ जितनी मोड़ी जाए, उतनी ही मोड़ें. इस मुद्रा में 5-10 सेकेंड रहें, फिर कूल्हों को वापिस ज़मीन पर टिकायें नीचे आते वक़्त श्वास छोड़ें.
(4) शवासन (Shavasana) –
यह एक शिथिल करने वाला आसन है और शरीर, मन और आत्मा को नवस्फूर्ति प्रदान करता है. शवासन में शरीर को तनावरहित करने के लिए अपनी कमर और कंधों को व्यवस्थित कर लें. शरीर के सभी अंगों को ढीला छोड़ दें. आँखों को बंद कर लें.
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शवासन करने के दौरान किसी भी अंग को हिलाना-डुलाना नहीं है. आप अपनी सजगता (ध्यान) को साँस की ओर लगाएँ, गहरी साँसें भरें और साँस छोड़ते हुए ऐसा अनुभव करें कि पूरा शरीर शिथिल होता जा रहा है. शरीर के सभी अंग शांत हो गए हैं.
(5) शिशुआसन (Shishusana (Children’s pose) –
मन को शांत करने वाला ये आसन तंत्रिका तंत्र को शांत करता है. शिशुआसन में अपनी एड़ियों पर बैठ जाएँ, कूल्हों पर एड़ी को रखें, आगे की ओर झुके और माथे को जमीन पर लगाये.
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हाथों को शरीर के दोनों ओर से आगे की ओर बढ़ाते हुए जमीन पर रखें, हथेली आकाश की ओर, धीरे से छाती से जाँघो पर दबाव दें. स्थिति को बनाये रखें. धीरे से उठकर एड़ी पर बैठ जाएं और रीढ़ की हड्डी को धीरे धीरे सीधा करें. विश्राम करें.
(6) भ्रामरी आसन (Bhramari asana) –
भ्रामरी आसन से तनाव, गुस्सा और अवसाद दूर होता है. साथ ही इससे मन व मस्तिष्क को शांति मिलती हैं. इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप समतल जमीन पर बैठ जाएं. अब अपने दोनों हाथों को कोहनियों से मोड़कर कानों तक ले आए.
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इसके बाद अंगूठे से दोनों कानों को बंद कर दें. अब दोनों हाथो की तर्जनी उंगली को माथे पर और मध्यमा, अनामिका और कनिष्का उंगली को आँखों के ऊपर रखें. फिर मुंह बंद करके नाक से सांस लें. सांस को अंदर-बाहर छोड़ते हुए ओउम का उच्चारण करें.
अच्छा होगा कि आप अपने पर तथा अपने जीवन पर एक नजर डालें और स्वयं को सुदृढ़ करने के लिए सकारात्मक कदम उठाएं व इन योग को कर के मन को शांत रखें.
(7) कपालभाति (Kapalbhati) –
कपालभाति मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने के साथ-साथ यह आपकी पेट की चर्बी को भी कम करता है. इसके अलावा इससे आप कई गंभीर बीमारियों से भी बचे रहते हैं. कपालभाति एक ऐसी सांस की प्रक्रिया है जो सिर तथा मस्तिष्क की क्रियाओं को नई जान प्रदान करती है. योगासन
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इसके लिए ध्यान की मुद्रा में बैठकर आंखें बंद करें और शरीर को ढीला छोड़ें. इसके बाद धीरे से सांस अंदर ले और उसके बाद बाहर छोड़ें. शुरुवात इसे 30 बार करें और धीरे धीरे इसे 100-200 तक करें. 5-10 मिनट तक इस योग को करने से आपकी कई परेशानियां दूर हो जाएगी.
(8) ध्यान (Meditation) –
मेडिटेशन करने के लिए चौकड़ी माकर बैठें जाएं. इसके बाद आंखों को बंदकर कमर को सीधी करके बैठ जाएं. अब लंबी-लंबी सांस लें. योगासन
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आप चाहें तो शुरुआत में रिलैक्सेशन के लिए गाने भी लगा सकते हैं ताकि आपका ध्यान इधर उधर ना भटके. रोजाना मेडिटेशन करने से मन शांत, तन स्वस्थ, डिप्रैशन से छुटकारा मिलता है. योगासन
(9) जानुशीर्षासन (Janu Shirshasana) –
यह आसन मन को शांत करने में मदद करता है और हल्के अवसाद से राहत देता है. यह रीढ़ और पीठ की मांसपेशियों को आराम देता है और तनाव से राहत देता है. योगासन
![योगासन](http://shezindagi.com/wp-content/uploads/2020/06/IMG_20210407_175330.jpg)
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