डिलीवरी से पहले हॉस्पिटल ले जाने वाले बैग में ज़रूर रख लें ये सामान

डिलीवरी से पहले हॉस्पिटल ले जाने वाले बैग में ज़रूर रख लें ये सामान 

डिलीवरी बैग पैकिंग – 

प्रेगनेंसी  के 8वें महीने के पश्चात आपको 9वें महीने से प्रसव पीड़ा कभी भी शुरू हो सकती है और आपको तत्काल ही डिलीवरी के लिए अस्पताल जाना पड़ सकता है. ऐसे में आप जल्दी – जल्दी सामान पैक कर लेती हैं लेकिन अस्पताल जाने के बाद आपको याद आता है कि आप अपना जरूरी सामान लाना भूल गई हैं इससे आपको अस्पताल में असुविधा हो सकती है.

इसलिए ऐसी परिस्थिति का सामना न करना पड़े इसके लिए आप अपना मैटरनिटी बैग पहले से तैयार रखें जिससे आप प्रसव पीड़ा होने पर तुरंत अस्पताल जा सकें, वो भी बिना किसी टेंशन के.

डिलीवरी

नार्मल डिलेवरी होने पर आपको अस्पताल में केवल 2-3 दिन रुकना होता है पर वही अगर आपका बेबी सी सेक्शन से होता है तो आपको 5-6 दिन अस्पताल में रुकना पड़ सकता है और यदि ​आपको या आपके शिशु को कोई स्वास्थ्य संबंधी जटिलता हो, तो आपको इससे भी ज्यादा समय के लिए अस्पताल में रहना पड़ सकता है इसलिए आप अपनी पैकिंग उस हिसाब से ही करें.

आइये जानते हैं की क्या-क्या तैयारी करनी है आपको – 

(1) अस्पताल ले जाने वाला बैग कब तैयार करना चाहिए-

गर्भावस्था के दौरान हमें यह भी तय कर लेना चाहिए कि हम अस्पताल ले जाने वाला बैग कब तैयार करें जिससे हमें प्रसव पीड़ा के समय यह काम न करना पड़े. यदि आपका बैग पहले से तैयार रहेगा तो आपको सिर्फ अपना बैग साथ लेना होगा.

अस्पताल ले जाने वाला बैग कब तैयार करना चाहिए इसके लिए कोई निर्धारित समय नहीं है. हालांकि प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) के 8वें महीने के पश्चात ही इस बैग की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि बच्चे के विकास की अवधि 9वें महीने की होती है, परंतु कुछ बच्चे समय अवधि से पूर्व ही जन्म ले लेते हैं जिन्हें प्री मैच्योर चाइल्ड कहते हैं.

ये बच्चे 7वें महीने में ही हो जाते हैं और बहुत नाजुक होते हैं. इसलिए इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए हमें अपना बैग पहले ही तैयार कर लेना चाहिए.

डिलीवरी

 

(2) माँ के लिए सामान –

बच्चे के जन्म के पश्चात माँ को बहुत सारी चीजों की आवश्यकता पड़ती है पर हमें यह ज्ञात होना चाहिए कि हम केवल कुछ दिन के लिए अस्पताल जा रहें हैं ऐसे में केवल वही समान साथ रखें जो बहुत ज्यादा आवश्यक हो. कुछ ऐसी वस्तुऐं जिनकी माँ को अस्पताल में आवश्यकता पड़ सकती है-

  • अस्पताल जाने से पहले जरूरी डाक्यूमेंट्स को साथ रखना न भूलें. इनमें पहचान पत्र, बीमा कार्ड और गर्भवती के मेडिकल जांच से जुड़ी रिपोर्ट्स शामिल होती हैं.
  • मैक्सी साथ रखें जिनमें आगे की तरफ बटन हो जिससे बेबी को फीड कराने में आसानी हो.
  • कंबल व शॉल साथ रखें.
  • अस्पताल में पहनने के लिए आरामदायक चप्पल रखें.
  • अस्पताल बैग में अतिरिक्त सैनिटरी पैड्स रख सकते हैं. वैसे तो अस्पताल में ही पैड्स मिलते हैं पर अगर ऐसा न हुआ तो आपके साथ रखे पैड्स काम आएंगे.
  • मोबाइल, चार्जर साथ रखें.
  • दैनिक दिनचर्या की वस्तुएं जैसे की तेल, बॉडी लोशन, साबुन, फेस क्रीम, कोंब (कंगी), ब्रश, टूथपेस्ट, रबर बैंड, वैसलीन आदि भी साथ रखें.
  • सेनेटाइजर, वॉलिनी (क्योंकी नार्मल डिलीवरी के बाद कमर में दर्द होता है अकसर इसलिए वॉलिनी ऐसे समय में काम आएगी).
  • अगर बोरियत महसूस हो तो अपने साथ कुछ मैगज़ीन भी रख लें.
  • अपने साथ कुछ नगदी भी साथ रखें जो आवश्यकता पड़ने पर काम आ सके.

डिलीवरी बैग पैकिंग – 

(3) बच्चे के लिए सामान – 

नवजात शिशु के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सामान पहले ही डेटॉल से धो कर साफ कर के रखें. नवजात शिशु बहुत नाजुक होता है, उसे किसी तरह का इंफेक्शन न हो इसलिए उसके लिए अस्पताल का या उपयोग किया हुआ सामान न लें.

शिशु के लिये ये सामान पैक करें –
  • 3-4 सूती झबले जिनमें आगे से खोलने के लिए बटन हों जिससे बच्चे को कपड़े पहनाने में परेशानी न हो.
  • स्माल साइज के डाइपर या सूती कपड़े के घर पर बने हुए डायपर.
  • हाथ-पैर के मोजे.
  • अगर सर्दी है तो बच्चे के लिए स्वेटर और सर ढंकने के लिए टोपा भी ले लें.
  • मुँह साफ करने के लिए नर्म तौलिया.
  • बच्चे को तैयार करने के लिए सामान.
  • बेबी वाइप्स  (बच्चे की गंदगी साफ करने के लिए).
  • माँ का दूध न मिल पाने की स्थिति में कटोरी चम्मच.
  • एक मुलायम कम्बल जो शिशु को ओढ़ाने में काम आए.

 

(4) अन्य सामान –

ऐसे तो अस्पताल में आपकी मदद के लिए आपके परिचित रुकेंगे ही जो आपके खाने पीने की वस्तुओं का ध्यान रखेंगे पर आप अपने साथ कुछ बिस्किट के पैकेट व स्नैक्स भी साथ रख सकती हैं.

(5) विशेष ध्यान रखने वाली बातें –

  • अस्पताल में कोई भी ऐसी वस्तु पहन कर न जाएं जिनके खोने का डर बना रहे.
  • डॉक्टर से बिना पूछे कुछ भी न खायें.
  • जो दवाई आवश्यक न हो उसे अपने साथ न रखें.
  • ज्यादा दर्द होने पर डॉक्टर से पैन किलर का इंजेक्शन लगवा सकती हैं.

उम्मीद करते हैं कि हमारा ये लेख आपके काम आएगा. अपनी डिलीवरी डेट के हिसाब से अपना बैग तैयार कर लें और बच्चे और माँ के लिए अस्पताल ले जाने वाले बैग में क्या रखना है, इसे लेकर तनाव में रहने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि कोई वस्तु रह जाए तो परिवार के अन्य सदस्य बाद में उसे ला सकते हैं.

लेकिन आपको हड़बड़ाहट न हो इसलिए हमारे द्वारा बताए गए सामान के हिसाब से अपना बैग तैयार रखें.

ये भी पढ़ें – 

                 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here