अगर आप गर्भवती (pregnant) हैं तो इस तरह से करें हरियाली तीज का व्रत 

अगर आप गर्भवती (pregnant) हैं तो इस तरह से करें हरियाली तीज का व्रत 

हरियाली तीज व्रत – 

श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को आने वाली तीज को “हरियाली तीज” के नाम से जाना जाता है. इस दिन महिलाएं माँ पार्वती और भोलेनाथ की पूजा करती हैं, सोलह श्रृंगार करती हैं, व्रत रखती हैं और पति की लम्बी आयु की कामना करती हैं. हरियाली तीज व्रत 

यह व्रत बच्चों की सलामती के लिये भी रखा जाता है. इस बार हरियाली तीज 23 जुलाई 2020 को मनाई जायेगी. इस व्रत को कुछ महिलाएं निर्जला भी रखती हैं. ऐसे में वे महिलाएं जो गर्भवती हैं या नई-नई माँ बनी हैं, उनके लिये इस व्रत में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है.

यह व्रत थोड़ा कठिन होता जाता है इसलिये इसे रखते वक़्त दवाइयों का नियमित सेवन तो करें ही साथ ही बीच-बीच में थोड़ा बहुत खाती भी रहें.

तो आइये जानते हैं की गर्भवती महिलाएं इस व्रत को कैसे रख सकती हैं –

(1) ना करें ज़्यादा चाय कॉफी का सेवन – 

व्रत में अक्सर लोग चाय-कॉफी ज़्यादा पीते हैं. लेकिन ऐसा करना सेहत को नुकसान पंहुचा सकता है. ज्यादा चाय कॉफी पीने से डीहाइड्रैशन भी हो सकता है और गैस और एसिडिटी की समस्या भी हो सकती है, जो की शिशु के लिये घातक होती है. इससे बेहतर होगा की आप ताज़ा जूस या फल का सेवन करें. इससे आपको भी अच्छा लगेगा और बच्चा भी सेहतमंद रहेगा.

हरियाली तीज व्रत

 

(2) ज्यादा मीठा ना खाएं – 

हरियाली तीज व्रत में अक्सर महिलाएं मीठे व्यंजन खाना पसंद करती हैं, लेकिन गर्भावस्था में ज़्यादा मिठाई खाने से बचना चाहिए. इससे सेहत पर उल्टा असर पड़ सकता है.

ऐसे में आप हेल्दी फ्रेश फ्रूट और ड्राई फ्रूट जैसे कि बादाम, काजू, किशमिश और अखरोट आदि का ही सेवन करें.

हरियाली तीज व्रत

(3) निर्जला व्रत – 

प्रेगनेंसी में निर्जला या बिना कुछ खाये हरियाली तीज का व्रत रखने की गलती ना करें. इस बात को याद रखें की अब आपके ऊपर आपके बच्चे की भी ज़िम्मेदारी है.  व्रत के दौरान नारियल पानी पीते रहें.
इससे डीहाइड्रैशन नहीं होगा और एनर्जी भी बनी रहेगी.

(4) पूजा की विधि – 

हरियाली तीज व्रत की पूजा कथा और विधि के कारण लम्बी चलती है. तो ऐसे में काफी टाइम तक एक ही जगह ना बैठी रहें. इससे आपको पेट के साथ-साथ कमर में भी तेज़ दर्द की शिकायत का सामना करना पड़ सकता है.

हरियाली तीज व्रत

(5) ज़्यादा चलना भी ठीक नहीं – 

गर्भावस्थाके दौरान खुद को एक सीमा से ज़्यादा थकाना भी सही नहीं है. इसलिये ऐसे में ज़्यादा चलने से बचना चाहिए. इससे आपकी ऊर्जा ज्यादा खर्च होगी. खासतौर से धूप में बाहर ना निकलें. थोड़ी-थोड़ी देर में आराम करती रहें.
बता दें की प्रेगनेंसी के दौरान व्रत रखने का फैसला आपकी सेहत को कई तरह से प्रभावित कर सकता है.

इसलिये अपनी और अपने बच्चे की सेहत को देखते हुए ही व्रत रखने का फैसला करें. व्रत रखने का फैसला जोखिम भरा हो सकता है, इसलिये डॉक्टर से सलाह लेकर ही यह कदम उठाएं. हरियाली तीज व्रत 

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