महाशिवरात्रि पर ये काम करें और ये काम न करें

महाशिवरात्रि पर ये काम करें और ये काम न करें

महाशिवरात्रि – 

हिंदू धर्म में हर माह मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है, लेकिन फाल्गुन माह में आने वाली महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का खास महत्व होता है. माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ था.

इस दिन उपवास रखने वाले भक्तों को भगवान शिव का खास आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस साल महाशिवरात्रि 18 फरवरी को मनाई जा रही है. भगवान शिव जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही जल्दी नाराज भी जल्दी हो जाते हैं.

महाशिवरात्रि

इसलिए चलिए जानते हैं महाशिवरात्रि पर क्या करें और क्या न करें ताकि भगवान शिव जी नाराज़ ना हों – 

महाशिवरात्रि पर ये करना चाहिए –

  • महाशिवरात्रि के दिन मुख्य दरवाजे की चौखट को हल्दी के पानी से धुलना चाहिए और हल्दी से स्वास्तिक बनाना चाहिए.
  • महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन भगवान शिव की पूजा (Lord Shiva Puja) में सफेद या लाल रंग के वस्त्र ही धारण करें. यदि संभव हो सके तो इस दिन पूजा में बिना सिले वस्त्र धारण करें.
  • रात्रि के समय ईशान कोण में दीप जलाकर शिवजी के मंत्र और बीज मंत्र का जप करें. ऐसा करने से कालसर्प दोष दूर होता है, ऐसी मान्यता है.
  • ध्‍यान रखें क‍ि भोलेनाथ को 5, 11, 21 या 51 ज‍ितने भी बेलपत्र चढ़ाएं, उन सभी पर ओम नम: शिवाय मंत्र जरूर ल‍िखें.

महाशिवरात्रि

  • इस दिन भगवान शिव का पूजन सफेद फूलों से ही करें. सफेद फूलों से भगवान शिव का पूजन करना अत्यंत ही शुभ माना जाता है.
  • महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी अवश्य करें. ऐसा करने से आपको भगवान शिव के साथ माता पार्वती का आर्शीवाद भी मिलेगा.
  • महाश‍िवरात्रि की पूजा में भोलेनाथ को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण) से स्नान जरूर कराएं. बाद में इत्र और उसके बाद शुद्ध जल से स्नान कराएं.
  • महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से पहले नंदी की पूजा अवश्य करनी चाहिए नहीं तो आपको भगवान शिव की पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा.
  • इस दिन बैल को हरा चारा अवश्य ही खिलाना चाहिए क्योंकि बैल को नंदी का रूप माना जाता है जो भगवान शिव को अत्याधिक प्रिय हैं.
  • महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को पूजा मे अक्षत अवश्य ही अर्पित करें. ऐसा करने से आपको भगवान शिव का आर्शीवाद प्राप्त होगा.

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महाशिवरात्रि पर ये नहीं करना चाहिए –

  • इस दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए. जल्दी उठ जाएं और बिना स्नान किए कुछ भी न खाएं. व्रत नहीं है तो भी बिना स्नान किए भोजन ग्रहण नहीं करें.
  • शिवलिंग पर कभी भी तुलसी की पत्ती नहीं चढ़ाएं. शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से पहले यह ध्यान रखें कि पाश्चुरीकृत या पैकेट का दूध इस्तेमाल ना करें और शिवलिंग पर ठंडा दूध ही चढ़ाएं.

महाशिवरात्रि

  • महाशिवरात्रि के दिन काले रंग के वस्त्र ना पहने. इसके साथ ही पूजा में तिल का इस्तेमाल न करें तिल भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, इसलिए भगवान विष्णु को तिल अर्पित किया जाता है लेकिन शिव जी को नहीं चढ़ाया जाता है.
  • इस दिन भगवान शिव की पूजा में केतकी और चंपा के फूलों का प्रयोग बिल्कुल भी न करें. क्योंकि भगवान शिव की पूजा में इनका उपयोग करना वर्जित माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इन फूलों को भगवान शिव ने शापित किया था.
  • भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाया जाना चाहिए. अक्षत का मतलब होता है अटूट चावल, यह पूर्णता का प्रतीक है. इसल‌िए श‌िव जी को अक्षत चढ़ाते समय यह देख लें क‌ि चावल टूटे हुए तो नहीं है.
  • शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए. शिव प्रतिमा पर नारियल चढ़ा सकते हैं, लेकिन नारियल का पानी नहीं.
  • भगवान शिव की पूजा में हल्दी और कुमकुम का प्रयोग भी बिल्कुल भी न करें. क्योंकि भगवान शिव वैरागी हैं और हल्दी, कुमकुम शुभता का प्रतीक माना जाता है, पर आप भोलेनाथ को चंदन का टीका लगा सकते हैं.

  • यदि आप शिवलिंग पर जल चढ़ा रहे हैं तो शंख से जल बिल्कुल भी न चढ़ाएं. भगवान शिव को आप लोटे में जल लेकर ही अर्पित करें.
  • भगवान शिव जी को टूटे हुए या कटे-फटे बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए.
  • इस दिन भूलकर भी घर में कलह नहीं करना चाहिए और न हीं किसी को अपशब्द बोलने चाहिए. यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको भगवान शिव का आर्शीवाद प्राप्त नहीं होगा.

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