ब्रेस्ट कैंसर क्या है..? जानिए इस बीमारी के लक्षण, कारण और रोकथाम के उपाय
ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) –
ब्रेस्ट कैंसर क्या होता है (What is breast cancer) –
स्तन शरीर का एक अहम अंग है. स्तन का कार्य अपने टिश्यू से दूध बनाना होता है. ये टिश्यू सूक्ष्म वाहिनियों द्वारा निप्पल से जुड़े होते हैं. जब ब्रेस्ट कैंसर वाहनियों में छोटे सख्त कण जमने लगते हैं या स्तन के टिश्यू में छोटी गांठ बनती है, तब कैंसर बढ़ने लगता है. ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. यह पाया गया है कि भारत में एक लाख महिलाओं में से 13 महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेस्ट कैंसर की इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं की संख्या में बीते कुछ सालों के अंदर तेजी से इजाफा हुआ है. स्तन कैंसर यानी ब्रेस्ट कैंसर को चरण 0, IA, IB, IIA, IIB, IIIA, IIIB, IIIC और चरण IV में वर्गीकृत किया गया है. हर एक चरण कैंसर के फैलाव को दर्शाता है, जहां अंतिम चरण मेटास्टेसिस को शरीर के अन्य भागों में दर्शाता है. अंतिम चरण बहुत ख़तरनाक है और इसमें जिंदा रहने की उम्मीद बहुत कम होती है.
ब्रेस्ट कैंसर के कारण (Causes of breast cancer) –
(1) मासिक धर्म में परिवर्तन –
इस बात का महिलाएं विशेष ध्यान रखें कि अगर मासिक धर्म या पीरियड्स में कुछ परिवर्तन देखें तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें. जैसे कि अगर 12 साल की उम्र से पहले ही मासिक धर्म शुरु हो जाएं या 30 साल की आयु के भाद गर्भवती हों या 55 की उम्र के बाद मीनोपॉज हों या फिर पीरियड्स का समय 26 दिनों से कम या 29 दिनों से ज्यादा का हो जाए.
(2) नशीले पदार्थों का सेवन –
शराब, सिगरेट या ड्रग्स के सेवन से भी महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होता है और अब इसकी तादाद बढ़ गई है.
(3) गर्भनिरोधक गोली –
अगर आप गर्भनिरोधक गोली का ज्यादा इस्तेमाल करतीं हैं तब उस स्थिति में भी ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है.
(4) पारिवारिक इतिहास –
यदि किसी बहुत करीबी रिश्ते जैसे सगे-संबंधी में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो ऐसे में उस परिवार में किसी महिला में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है. परिवार में सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर ही नहीं, बल्कि यदि किसी भी अन्य प्रकार का कैंसर किसी व्यक्ति को है, तो भी परिवार के लोगों को सावधानी रखनी होगी, क्योंकि परिवारवालों की कोशिकाएं और खून मेल खा सकते हैं.
ब्रेस्ट कैंसर होने के अन्य कारण (Other causes of breast cancer) –
बच्चे नहीं पैदा करना, अधिक उम्र में पहला बच्चा होना, स्तनपान नहीं कराना, वजन में अत्यधिक वृद्धि, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी और लंबे समय तक अंतर्जात एस्ट्रोजेन के संपर्क में रहना आदि.
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ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (Symptoms of breast cancer) –
नीचे कुछ चेतावनी संकेत दिए गए हैं जो आपको स्तन कैंसर होने का संकेत दे सकते हैं और जिसमें से किसी को भी आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए.
- स्तन के आकार में बदलाव जैसें ऊँचा, टेड़ा-मेड़ा होना.
- निप्पल का लाल रंग हो जाना या फिर निप्पल में से किसी भी तरह का असामान्य तरल पदार्थ निकालना.
- स्तन में गांठ या मस्से का होना.
- निप्पल में दर्द होना या फिर निप्पल से खून आना.
- स्तन के एक हिस्से या पूरे स्तन में किसी भी तरह की सूजन या स्तन का ठोस होना.
- स्तन या फिर निप्पल में डिंपल, जलन, लकीरें सिकुड़न होना.
- स्तन का कोई भाग दूसरे हिस्सों से अलग होना.
- स्तन का ऊतक अंडरआर्म्स तक होता है. ऐसे में अगर अंडरआर्म में गांठ होती है, तो इसकी स्तनों से संबंधित होने की संभावना बहुत ज़्यादा होती है.
- निप्पल के अग्रभाग का मुड़ना एवं रंग लाल होना
ब्रेस्ट कैंसर कितने स्टेज का होता है..?
ब्रेस्ट कैंसर शून्य से शुरु होकर आगे की स्टेज यानी श्रेणियों में जाता है और हर स्टेज के साथ गंभीरता भी बढ़ती जाती है –
1. शून्य श्रेणी – दूध बनाने वाली कोशिकाओं में बना कैंसर सीमित रहता है और शरीर के दूसरे हिस्सों तक नहीं जाता.
2.पहली श्रेणी – कैंसर वाली कोशिकाएं धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं और यह शरीर की बाकि हेल्दी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाना शुरु कर देती हैं. यह स्तन में मौजूद वसा वाली कोशिकाओं तक भी फैल सकते हैं.
3. दूसरी श्रेणी – कैंसर इस श्रेणी में आकर बहुत तेजी से बढ़ना शुरु हो जाता है और शरीर के बाकि भागों में भी फैल जाता है और पूरे शरीर पर पकड़ बना लेता है.
4. तीसरी श्रेणी – इस श्रेणी में आने तक कैंसर मानव की हड्डियों में पहुंचकर उन्हें प्रभावित करना शुरु कर देता है. इसी के साथ कॉलर बोन में इसका छोटा हिस्सा फैल चुका होता है, जो इसके इलाज को दुर्गम बनाता है.
5. चौथी श्रेणी – इस श्रेणी में आकर कैंसर लगभग लाइलाज हो जाता है क्योंकि चौथी श्रेणी में आते-आते कैंसर लिवर, फेफड़ों, हड्डियों और मस्तिष्क में भी पहुंच चुका होता है.
ब्रेस्ट कैंसर कहाँ फैलता है (Where does breast cancer spread)..?
ब्रेस्ट कैंसर फैलने के सबसे आम स्थानों में शामिल हैं –
- फेफड़े
- लिवर
- हड्डियां
- दिमाग
भले ही स्तन कैंसर दूर के अंग में फैल जाये, फिर भी इसे स्तन कैंसर ही वर्गीकृत किया जाता है. उदाहरण के लिए, अगर स्तन कैंसर फेफड़ों तक फैल चुका है, उसे मेटास्टैटिक स्तन कैंसर माना जाता है – फेफड़े का कैंसर नहीं.
ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) होने पर इन चीज़ों से परहेज़ करें –
- जिस स्त्री को स्तन कैंसर हुआ हो, उसे ज़्यादा हाथ हिलाने-डुलाने वाले काम नहीं करने चाहिए.
- आहार में दूध, पनीर, फल एवं इनके रस, दूध, मूंगफली, गेहूं का दलिया, हरी सब्ज़ी आदि का सेवन करना चाहिए.
- रोगी को चाय, कॉफी, सिगरेट, शराब का सेवन बंद कर देना चाहिए. ब्रेस्ट कैंसर
- उड़द, सेम, मसूर, अंडे, मांस आदि के सेवन से बचना चाहिए. ब्रेस्ट कैंसर
स्तन कैंसर को रोकने के उपाय (Ways to prevent breast cancer) –
- शारीरिक तौर पर एक्टिव रहकर आप स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं. आप प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करें या फिर घर के काम में अच्छे से एक्टिव रहें. ज्यादा मोटापा और वज़न दोनों ही हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं. इसलिए अपने वज़न को कंट्रोल में रखें, यह ब्रेस्ट कैंसर का एक कारण है.
- नियमित रूप से काली चाय का सेवन करना स्तन कैंसर से आपकी रक्षा करता है. इसक प्रमुख कारण इसमें पाया जाने वाला एपिगैलो कैटेचिन गैलेट नामक तत्व है, जो ट्यूर की कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को रोकने में मदद करता है. ब्रेस्ट कैंसर
- सिगरेट और शराब के सेवन का चलन आजकल महिलाओं में भी काफी आम है. जो महिलाएं ड्रिंक करती हैं, उन्हें एक दिन में 1 से अधिक अल्कोहल ड्रिंक नहीं लेना चाहिए. यही बात सिगरेट पर भी लागू होती है. ऐसा पाया गया है कि विशेष रूप से प्रीमेनोपॉज़ल महिलाओं में धूम्रपान स्तन कैंसर को बढ़ावा देता है. ब्रेस्ट कैंसर
- ग्रीन टी सेवन भी स्तन कैंसर से रक्षा करने में सहायक है. इसमें पाए जाने वाले एंटी-इन्फ्लैमेटरी गुण स्तन कैंसर को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं. ब्रेस्ट कैंसर
- गर्भनिरोधक गोलियों के जोखिम और लाभ दोनों हैं. एक महिला की उम्र जितनी कम होती है, खतरा भी उतना ही कम होता है. वहीं, जब एक उम्र के बाद महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं, उनमें स्तन कैंसर का खतरा थोड़ा बढ़ जाता है. यदि आप स्तन कैंसर के खतरे को रोकना चाहती हैं, तो आपके पास गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन को बंद करने का एक बेहतर विकल्प है.
- चाय को अत्यधिक गर्म करके पीना भी स्तन कैंसर का कारण हो सकता है, क्योंकि गर्म तापमान कैंसर कोशिकाओं में वृद्धि करते हैं. ऐसे में हल्की गर्म चाय का ही सेवन करें. ब्रेस्ट कैंसर
- आप जितने अधिक समय तक स्तनपान करेंगी, उतना अधिक समय पर आप इस खतरे का रोक पाएंगी. जिन महिलाओं ने अपने बच्चे को स्तनपान करवाया है उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा उन महिलाओं की तुलना से पांच प्रतिशत कम होता है जिन्होंने अपने बच्चे को स्तनपान नहीं करवाया है. ब्रेस्ट कैंसर
- विटामिन डी का सेवन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकने में सहायक है. इसके लिए दूध व दही का सेवन करना फायदेमंद होता है. ब्रेस्ट कैंसर
- ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए आप संतुलित आहार का सेवन करें. अपने आहार में फल, जूस और हरी सब्जियों के सेवन को बढ़ाएं. ब्रेस्ट कैंसर
- कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकने के लिए गेहूं के जवारे भी बेहद कारगर उपाय है. यह न केवल हानिकारक पदार्थों का बाहर निकालने में सहायक है बल्कि आपके प्रतिरक्षी तंत्र को भी मजबूत करते हैं. इसका जूस पीना फायदेमंद है.
Note – यह सत्य है कि आज ब्रेस्ट कैंसर तेज़ी से बढ़ता एक शारीरिक रोग है. लेकिन इस रोग को टाला जा सकता है अगर सही सावधानी और परामर्श का पालन किया जाए. सबसे पहले महिलाओं को खुद लक्षणों की जांच करनी चाहिए और अगर कुछ अंतर दिख रहा है तो फौरन जांच करनी चाहिए.
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