ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस क्या हैं..? जानिए लक्षण, कारण और रोकथाम के उपाय
ब्लैक फंगस (black fungus) और व्हाइट फंगस (white fungus) –
कोविड-19 महामारी के साथ दुनिया भर में कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पैदा हो गई हैं. एक तरफ पूरा देश लगातार कोरोना वायरस के साथ लड़ाई में है तो वहीं इसकी दूसरी तरफ कई अन्य समस्याएं है जो देश के लोगों के सामने आ जाती हैं. वो चाहे ताउते तूफान हो या फिर ब्लैक फंगस (black fungus) जैसी घातक बीमारी.
पिछले कुछ हफ्तों में कोविड से रिकवर हुए मरीज़ों में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमायकोसिस के मामले बढ़ते नज़र आ रहे हैं. जो आमतौर पर आंखों, नाक और फिर आखिर में दिमाग़ में पहुंच जाता है, जिससे मरीज़ की मौत हो जाती है.
बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं. इस पर पूरी तरह से काबू भी नहीं पाया जा सका है कि नये परजीवी व्हाइट फंगस (white fungus) ने मरीज के साथ परिजनों की धड़कन बढ़ा दी हैं. ये परजीवी व्हाइट फंगस हैं जो कि ब्लैक फंगस की तरह ही जानलेवा साबित हो सकता है. ब्लैक फंगस
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि यह ब्लैक फंगस के जितना खतरनाक नहीं है. सही समय पर इसे पहचान कर डॉक्टर के पास चले जाएं, इसके लिए शीघ्र इलाज जरूरी है जो एक से डेढ़ महीने चल सकता है. ब्लैक फंगस
आइए जानते हैं ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस के लक्षण, कारण और रोकथाम के उपायों के बारे में-
ब्लैक फंगस क्या है (What is black fungus)..?
ये एक दुर्लभ संक्रमण है जिसे म्यूकोरमाइकोसिस भी कहा जाता है. ये Covid-19 के मरीजों या फिर ठीक हो चुके मरीजों में खतरनाक साबित हो रहा है. अगर समय पर ध्यान ना दिया गया तो 50-80 फीसद मरीजों की इससे मौत भी हो सकती है.
ये एक फंगल इंफेक्शन है जो खासतौर से उन लोगों को संक्रमित करता है जो किसी ना किसी बीमारी कि वजह दवाओं पर हैं. इसकी वजह से उनमें रोगाणुओं से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. ऐसे लोगों में हवा के जरिए साइनस या फेफड़ों में संक्रमण फैल जाता है. ब्लैक फंगस
ब्लैक फंगस के कारण (Causes of black fungus) –
- इम्यून सिस्टम का कमज़ोर हो जाना
- अनियंत्रित मधुमेह
- स्टेरॉयड का सेवन
- रोगी को दिए गए ऑक्सीजन सपोर्ट का दूषित होना
ब्लैक फंगस के लक्षण (Symptoms of black fungus) –
- व्यक्ति के नाक से खून बहना, काला सा कुछ निकलना या फिर पपड़ी जमना
- चेहरे का सुन्न हो जाना
- दांतों का गिरना या फिर मुंह के अंदर सूजन
- मुंह खोलने में दिक्कत
- कुछ भी खाने के बाद चबाने में दिक्कत
- नाक का बंद होना
- सिर दर्द के साथ आंखों में दर्द
- आंखों का लाल होना
- आंखों की रोशनी कम हो जाना
- आंखों को खोलने बंद करने में समस्या
किसे हो सकता है ब्लैक फंगस (Who can have black fungus) –
मधुमेह के रोगी, कोविड रोगी और स्टेरॉयड पर रहने वाले लोगों को ब्लैक फंगस संक्रमण होने का अधिक खतरा होता है. आईसीएमआर-स्वास्थ्य मंत्रालय की एक एडवाइजरी में कहा गया है कि इस बीमारी के प्रमुख जोखिम कारकों में अनियंत्रित डायबिटीज, स्टेरॉयड द्वारा इम्यूनोसप्रेशन, लंबे समय तक आईसीयू में रहना, घातकता और वोरिकोनाज़ोल थेरेपी शामिल हैं.
ब्लैक फंगस से कैसे बचें (How to avoid black fungus) –
कुछ बातों का ध्यान रखते हुए ब्लैक फंगस से बचा जा सकता है.
- कोरोना से ठीक होने के बाद अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करते रहें और इसे नियंत्रित रखें.
- डॉक्टर की सलाह के बाद ही स्टेरॉयड का उपयोग करें.
- एंटीबायोटिक और एंटीफंगल दवाइयों का उपयोग कैसे करना है, इस पर भी डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
- ऑक्सीजन ले रहे हैं तो Humidifier में साफ पानी का ही इस्तेमाल करें.
- ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने पर इम्यूनिटी बूस्टर दवाइयों का सेवन बंद कर दें.
- इसके इलाज के लिए अपने शरीर को हाइड्रेट रखें यानी पानी की कमी न होने दें.
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व्हाइट फंगस क्या हैं (What is white fungus)..?
ब्लैक फंगस के साथ एक और संक्रमण जो चिंता का विषय बन रहा है, वो है वाइट फंगस. शार्प साईट आई हॉस्पिटल्स में सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. विनीत सहगल का कहना है, “ब्लैक फंगस की तरह वाइट फंगस भी कोविड-19 से ठीक हो रहे या ठीक हो चुके मरीज़ों में देखा जा रहा है. ये फंगस के मामले उन मरीज़ों में भी देखे जा रहे हैं, जिनकी इम्यूनिटी कमज़ोर है.
विशेषज्ञों के अनुसार, व्हाइट फंगस का संक्रमण ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि इसका फेफड़ों और शरीर के अन्य अंगों पर तीव्र प्रभाव पड़ता है. व्हाइट फंगस अधिक घातक हो जाता है क्योंकि जैसे यह फैलता है ये महत्वपूर्ण अंगों को बहुत नुकसान पहुंचाता है. यह मस्तिष्क, श्वसन अंगों, पाचन तंत्र, गुर्दे, नाखून या यहां तक कि निजी अंगों को भी प्रभावित कर सकता है.
व्हाइट फंगस के कारण (Causes of white fungus) –
ब्लैक फंगस की तरह व्हाइट फंगस के कारण भी अनियंत्रित मधुमेह, कमज़ोर इम्यूनिटी, अस्पताल से लगा इंफेक्शन हैं.
व्हाइट फंगस के लक्षण (Symptoms of white fungus) –
डॉक्टर की मानें तो व्हाइट और ब्लैक फंगस के लक्षण करीब-करीब एक ही हो सकते है. इस दौरान मरीज को निम्नलिखत समस्याएं हो सकती हैं.
- श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं
- इससे छाती का भारीपन या सीने में दर्द
- लगातार खांसी
- सांस फूलना
- सूजन होना
- नाक बहना
- लगातार असहनिय सिरदर्द रहना
- कमजोरी
- खांसी में खून के थक्के
- वजन घटना
- जोड़ों में दर्द
- नाक से खून आना
- त्वचा पर निशान
किसे हो सकता है व्हाइट फंगस (Who can have white fungus) –
व्हाइट फंगस संक्रमण के मरीजों में कोविड-19 जैसे समान लक्षण दिखाई देते हैं. चूंकि व्हाइट फंगस फेफड़ों और छाती को प्रभावित करता है, इससे खांसी, सीने में दर्द, सांस फूलना हो सकता है. इससें सूजन, संक्रमण, लगातार सिरदर्द और दर्द हो सकता है.
जबकि एक्स-रे और सीटी स्कैन के माध्यम से संक्रमण का पता लगाया जा सकता है. रोगियों को इसके इलाज के लिए एंटी-फंगल दवा दी जाती है. पटना में सामने आए मामलों में मरीजों को ऐंटिफंगल दवाएं दी गईं और वे ठीक हो गए.
व्हाइट फंगस से कैसे बचें (How to avoid white fungus) –
व्हाइट फंगस से आप पूरी तरह से बचाव नहीं कर सकते. लेकिन हां आप कुछ एहतियात जरूर बरत सकते हैं. जैसे-
- धूल-मिट्टी वाली जगह पर न जाए
- घर से बाहर मास्क का प्रयोग करें
- अपनी इम्यूनिटी को मजबूत रखें
- एक्सरसाइज और योगा करें
- ताजा फल खाएं
- घरों में रौशनी आने दें
- गंदे सतह को छूने के बाद हाथ-पैर जरूर धोएं
- फ्रीज या डिब्बा बंद चीजों का सेवन ज्यादा करने से बचें
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